मैंने लगवाई कोरोना वैक्सीन,अब आपकी बारी। मन से निकालें भ्रांतियां, कोरोना के खात्मे के लिए आएं आगे: डॉ रजत अरोरा प्रबंध निदेशक यशोदा अस्पताल नेहरू नगर ग़ाज़ियाबाद।
कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए देश के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन इजाद करने में दिनरात एक कर दिया,पूरे देश के लोगों को जानलेवा इस वायरस से बचाव के लिए अब वैक्सीनेशन किया जा रहा है। लेकिन कुछ भ्रांतियां लोगों को डराने का काम कर रही हैं। हमें इन भ्रांतियों से डरना नहीं है बल्कि वैक्सीन को लगवाना है। लोगों को जागरुक करना है कि वैक्सीन पूरी तरह सुरिक्षत है और इसके लगवाने से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। यह बातें नेहरुनगर स्थित यशोदा अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा. रजत अरोड़ा ने कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान मौजूद अपने सहयोगी डॉक्टरों एवं स्टाफ से कहीं।
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर्स जैसे डॉ मोहन बंधु गुप्ता वरिष्ठ छाती रोग विशेषज्ञ ने कहा कि वो गत 15 वर्षों से हाइपरटेंशन से ग्रषित हैं फिर भी उन्होंने इस वैक्सीन को खुद के लिए उपयोगी समझ कर लगवाया है और सभी जनमानस खासकर जो गंभीर बीमारियों से ग्रषित हैं उनको वैक्सिन लगवाने का विशेष अनुरोध किया है। अस्पताल के अन्य वरिष्ठ चिकित्स्क एवम कर्मचारी जो स्वयं किसी बीमारियों से ग्रषित हैं ने आगे बढ़कर वैक्सिन लगवाया।
सीड्स ऑफ इनोसेंस की निदेशिका डॉ गौरी अग्रवाल ने भी वैक्सीन लगवाया और कहा कि जिस तरह से हमने कोरोनाकाल में फ्रंट पर खड़े होकर इसका मुकाबला किया है ठीक उसी तरह हमें सबसे पहले यह वैक्सीन लगवाकर देश के लोगों को बताना और साबित करना होगा कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
डॉक्टर शशी अरोरा उपाध्यक्ष यशोदा अस्पताल नेहरू नगर ने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन को लेकर लोगों को अपने मन से सभी भ्रांतियां निकालनी होगी और वैक्सीनेशन में सहयोग करना होगा तभी हमारा देश कोरोना को हराने का काम कर सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना ग्रस्त लोगों की जान बचाने में डॉक्टर ही आगे थे, इसलिए सबसे पहले डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ को कोरोना वैक्सीन लगवाई जा रही है। यदि वैक्सीन सुरक्षित नहीं होती तो क्यों फ्रंट लाइन डॉक्टर सबसे वैक्सीन लगवाते।
डाक्टर रजत अरोड़ा ने देशवासियों से अपील की है कि हमारी तरह वे भी जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं और वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरुक करें।