रक्तचाप को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?

रक्तचाप को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?

आधुनिक समय में लोगों की जीवनशैली में व्यापक बदलाव हुआ है। लोग आराम अधिक और श्रम कम करने लगे हैं। इससे कई बीमारियां घर कर जाती हैं। इनमें रक्तचाप एक है। रक्तचाप एक गंभीर बीमारी है। इससे शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। रक्तचाप के लंबे समय तक बढ़ने से आर्टरीज में गिरावट और विकृति हो सकती है। इसके साथ ही रक्तचाप से कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक, किडनी की पथरी, विजन लॉस, मेमोरी लॉस जैसी कई और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जीवनशैली में कुछ घरेलू उपचार और सरल तरीकों से रक्तचाप कों कंट्रोल किया जा सकता है।

अपनाए ये सरल तरीके
* पोषक तत्वों से भरपूर फल, सब्ज़ियाँ, अनाज, कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट और कम फैट वाले भोजन से भरपूर डाइट लेने से ब्लड प्रेशर काफी हद तक कम हो सकता है। रक्तचाप को कम करने के लिए विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर, पोटेशियम, कैल्शियम और दूसरे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर फूड आइटम्स का सेवन करें।
* रोजाना एक्सरसाइज करें। आप ब्रिस्क वाकिंग का सहारा ले सकते हैं। इससे मोटापे में भी जल्द आराम मिलता है। प्रतिदिन 20-25 मिनट तक व्यायाम करें।
* अपने वेट को कंट्रोल रखना आपके ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने की सबसे बेहतरीन रणनीतियों में से एक है। ज्यादा वजन वाले लोगों के लिए,थोड़ा वजन कम करके भी ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। इसलिए, ब्लड प्रेशर को कम करने और वजन कम करने के लिए कुछ तरीके आज़माएँ।
* अगर आप अक्सर हफ़्ते भर 7 घंटे से ज़्यादा नहीं सोते हैं, तो आपका हाई बीपी और भी खराब हो सकता है। रात में आराम से सोने के लिए, एक नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखें जिससे आपको हर दिन आठ घंटे की नींद मिले और सुनिश्चित करें कि आपका हर समय शांत माहौल में रहें।
• नमक का सेवन कम करने से दिल मज़बूत होगा और हाई बीपी में पाँच से छह मिलीमीटर पारा कम होगा। नमक और चीनी के अत्यधिक सेवन से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। असंतुलित सोडियम से उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। इसके लिए उचित मात्रा में नमक खाएं।
• जब आप सोते हैं तो बी.पी. कम होता है। यदि आप भरपूर नींद नहीं लेंगे तो ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जो लोग कम सोते हैं उनका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
• रक्तचाप के रोगियों के लिए गुस्सा जानलेवा होता है। जितना संभव प्रयास हो सके, तनाव और गुस्से से दूर रहना चाहिए। रोजाना मेडिटेशन और योगा करना चाहिए।
• रक्तचाप के मरीजों को नंगे पैर हरी घास पर 10-15 मिनट तक चलना चाहिए। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाता है।

रक्तचाप के लिए कौन-सा आहार और कौन-सा नहीं
• कॉफी और चाय का सेवन अधिक करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है।
• डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि उनमें नमक ज्यादा होता है।
• स्मोकिंग और शराब का सेवन न करें।
• उच्च रक्त के व्यक्ति को चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।
• बाहर की चीजें जैसे पिज्जा, बर्गर आदि का सेवन न करें।
• बेकिंग सोड़ा का सेवन उच्च रक्तचाप के रोगी को नहीं करना चाहिए।
• खाना खाते समय अपने भोजन में नमक ऊपर से न डालें।
• पापड़ भी बिना नमक के ही खाएं।
• चटनी, आचार, अजीनोमोटो, बेंकिंग पाउडर और सॉस खाने से परहेज करें।
• बी-पी. के रोगियों को ऐसा खाना नहीं खाना चाहिए जिसमें फैट अधिक हो।

• बहुत अधिक मात्रा में मादक पदार्थों के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे आगे जाकर वजन बढ़ता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।
उपचार
• मानसिक तनाव के चलते हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। तनाव से न केवल मानसिक, बल्कि शरीरिक सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। इसके लिए तनाव मुक्त रहें। आप खुद को बिजी रख मानसिक तनाव से निजात पा सकते हैं। इसके अलावा, तनाव से निजात पाने के लिए योग और ध्यान का भी सहारा ले सकते हैं।
• सेहतमंद रहने के लिए उचित खानपान जरूरी है। लापरवाही करने से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके लिए रोजाना बैलेंस्ड डाइट लें। आप अपनी डाइट में साबुत अनाज, फल, हरी सब्जियां, डेयरी प्रोडक्ट्स, नट्स और सीड्स को शामिल कर सकते हैं। सही दिनचर्या का पालन और उचित खानपान करने से भी रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
• असंतुलित भोजन और जीवनशैली के कारण भी उच्च रक्तचाप होता है और अधिकांश लोगों को यह पता नहीं होता है कि हाई ब्लड प्रेशर होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। इसलिए आप हाई बीपी के लक्षणों का पता चलते ही आहार और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाएं ताकि बीमारी पर पूरी तरह नियंत्रण पा सकें।
• वजन बढ़ने के साथ अक्सर रक्तचाप भी बढ़ता है। अधिक वजन सोते समय सांस लेने में बाधा उत्पन्न करती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है, इसलिए ब्लड प्रेशर कम करने का एक प्रभावी तरीका वजन कम करना है।

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घरेलू उपाय
• लहसुन हर घर में इस्तेमाल में लाया जाता है। लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार होता है। लहसुन से हाई बीपी को नियंत्रित कर सकते हैं।
• एक बड़ा चम्मच आँवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है। इससे उच्च रक्तचाप का उपचार होता है।
• जब ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ हो तो आधे गिलास गुनगुने पानी में काली मिर्च पाउडर का एक चम्मच घोल लें। इसे दो-दो घंटे के बाद पीते रहें। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों का उपचार होता है।
• उच्च रक्तचाप के नियंत्रण में तरबूज लाभ पहुंचाता है। तरबूज के बीज की गिरी तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में रख लें। इसका रोजाना एक-एक चम्मच सेवन करें।
• बढ़े हुए ब्लड प्रेशर में एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर तीन-तीन घण्टे के अन्तर में पीना चाहिए। इससे उच्च रक्तचाप का इलाज होता है।
• उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए पाँच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीस लें। इसे एक गिलास पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों का इलाज होता है।
• उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए ताजा पालक और गाजर का रस निकालें। इसे रोज पिएं। इसका रस लाभकारी सिद्ध होता है।
• उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए करेला और सहजन के फल का सेवन करें। यह उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। इससे हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण ठीक होते हैं।
• उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए ब्राउन चावल खाना चाहिए। उच्च रक्तचाप के रोगियों को ब्राउन चावल बहुत लाभ देता है और हाई ब्लड प्रेशऱ के लक्षण दूर होते हैं।
• 3 ग्राम मेथीदाना पाउडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे प्रतिदिन खाने से लाभ मिलता है। इससे उच्च रक्तचाप का इलाज होता है।
उच्च रक्तचाप के उपचार के लिए टमाटर का सेवन करें। टमाटर से हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। रोजाना एक टमाटर या एक कप टमाटर का जूस पिएं।
• अनार से बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। रोजाना एक अनार या अनार का जूस पीने से हाई ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।

• आप चुकंदर से भी बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। एक चुकंदर और आधी मूली लें। इनको छील कर इनके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। मिक्सर में डालकर जूस निकाल लें। यह जूस दिन में एक बार पीने से हाई बी.पी. कण्ट्रोल में आ जाता है।
• बीपी कम करने के लिए आप घरेलू उपाय कर सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना अपने खाने में तिल के तेल का प्रयोग करें। इससे बीपी कम हो जाता है।
• सबसे पहले किसी फल का जूस या स्मूदी बनाएं। फिर इसमें ताजा अदरक डालकर पीयें। इसके अलावा अपने खाने में प्रतिदिन अदरक का प्रयोग करें।
आप नारियल से भी बीपी कम करने के उपाय कर सकते हैं। आप पूरे दिन में 2-3 बार नारियल पानी का प्रयोग करें। इससे हाई बीपी कम हो जाता है।

यशोदा हेल्थकेयर

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यशोदा अस्पताल गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली एनसीआर में सर्वश्रेष्ठ सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक है। यशोदा हॉस्पिटल का लक्ष्य सिर्फ दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद और नोएडा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होने के नाते, यशोदा अस्पताल में एक ही छत के नीचे सभी समर्पित विशिष्टताएँ हैं- गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, सामान्य सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग, कार्डियोलॉजी, पल्मोनोलॉजी और आंतरिक चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स, मूत्रविज्ञान और कई अन्य।

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