न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट का अंतर समझना है जरूरी

न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट का अंतर समझना है जरूरी
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विज्ञान का अर्थ है विशेष ज्ञान। मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं के लिए जो नए-नए आविष्कार किए हैं, वे सब विज्ञान की ही देन हैं। ऐसे ही कई आविष्कार चिकित्सा के क्षेत्र में भी हुए है। आमतौर पर व्यक्ति को विज्ञान से जुड़े नामों को बोलने और समझने में थोड़ी-बहुत दिक्कत होती है। जैसे – “मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक” लोगो को एक जैसे ही लगते है, जबकि होते अलग है। वैसे ही एक न्यूरोसर्जन और न्यूरोलॉजिस्ट के बीच में भी अंतर होता है। आइए इस बारे में और जानें।

कौन होते है न्यूरोसर्जन:

न्यूरोसर्जन एक ऐसे चिकित्सक होते हैं, जो मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, मेरुरज्जु, तंत्रिकाओं, इंट्राक्रैनियल, और इंट्रास्पाइनल वैस्क्युलेचर आदि रोगों का इलाज करते हैं। न्यूरोसर्जन विशेष रूप से तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानियों के उपचार के लिए जाने जाते है। इन्हें शल्यकार, शल्य-चिकित्सक, स्नायु-विशेषज्ञ, मस्तिष्क सर्जन, ऑपरेटिंग सर्जन आदि नामों से भी जाना जाता है। न्यूरोसर्जन काफी अनुभवी होते है और जब आपको किसी गंभीर समस्या के लिए सर्जरी का चयन करना हो तो आप इनका चयन जरूर से करें।

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न्यूरोसर्जन करते हैं इन स्थितियों में उपचार:

न्यूरोसर्जन मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में आघात, अवरुद्ध धमनियों, पुरानी पीठ के निचले हिस्से में दर्द, जन्म दोष, मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में ट्यूमर और परिधीय तंत्रिका समस्याओं वाले लोगों का इलाज करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। न्यूरोसर्जन कार्पल टनल सिंड्रोम, मस्तिष्क और स्पाइनल ट्यूमर हटाने की सर्जरी और स्पाइनल सर्जरी के लिए भी सर्जरी करते हैं।

कौन होते है न्यूरोलॉजिस्ट:

न्यूरोलॉजिस्ट ऐसे डॉक्टर हैं जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की समस्याओं का निदान और उपचार करते हैं। हालांकि वे सर्जरी नहीं करते। यदि आपके डॉक्टर को ऐसा लगता है किआपको कोई ऐसी बीमारी है जिसके लिए विशेषज्ञ देखभाल की आवश्यकता है, तो आपका डॉक्टर आपको एक न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाने की सलाह दे सकता है।

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मस्तिष्क के रक्षक होते हैं न्यूरोलॉजिस्ट:

न्यूरोलॉजिस्ट जिन रोगों का उपचार करते हैं, उनमें से कुछ खास होते हैं – एपिलेप्सी, सिरदर्द, सेरेब्रो-वेस्कुलर दुर्घटनाएं जैसे इस्केमिक तथा हेमोरेजिक तथा वेन्स स्ट्रोक्स, न्यूरो इन्फेक्शन, न्यूरोपैथीज, मूवमेंट डिसॉर्डर जैसे पार्किंसंस रोग, अनिद्रा, डेमेंशिया, नर्वस सिस्टम पर असर डालने वाले सिस्टमैटिक डिसॉर्डर, मसल डिसॉर्डर, मिसथिनिया ग्रेविस जैसे न्यूरोमस्कुलर जंक्शन डिसॉर्डर इत्यादि। न्यूरोलॉजिस्ट को पूरे ध्यान से रोगी के रोग से जुड़े इतिहास का अध्ययन करना पड़ता है और सटीक उपचार के लिए उस रोग के लक्षणों का बारीकी से विश्लेषण करना होता है। वे डायग्नोस्टिक टेस्ट भी करते हैं, जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई तथा ईईजी इत्यादि। न्यूरोलॉजी मेडिसिन की सबसे तार्किक विज्ञान विधि है।

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न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन के बीच के अंतर:

  • एक न्यूरोलॉजिस्ट और एक न्यूरोसर्जन के बीच के अंतर को समझने के लिए, प्रत्येक क्षेत्र में विशेषज्ञ बनने के लिए आवश्यक डिग्री और विशेषज्ञता में अंतर को समझना सबसे पहले आवश्यक है।
  • न्यूरोलॉजिस्ट्स मस्तिष्क से जुड़ी परेशानियों के इलाज और निदान करने के लिए जाने जाते है। ये नर्वस सिस्टम का भी उपचार करते है, जबकि न्यूरोसर्जन कई प्रकार की थेरेपी, ओपन सर्जरी, न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के उपचार के लिए जाने जाते है।
  • न्यूरोलॉजिस्ट बनने के लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है, इसके बाद न्यूरोलॉजी में मेडिकल डिग्री और मूवमेंट, स्ट्रोक आदि में अतिरिक्त प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। वहीं न्यूरोसर्जन बनने का शैक्षिक मार्ग अधिक विस्तृत है, जिसके लिए चार साल के प्री-मेडिकल स्कूल और चार साल के मेडिकल स्कूल की आवश्यकता होती है। अन्य बातों के अलावा, न्यूरोसर्जन को यह सीखना होता है कि रीढ़ और परिधीय नसों पर कैसे काम करना है।
  • न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोडेवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स और सेरिब्रल पाल्सी को संभालने, क्रोनिक कंडीशन को समझने तथा सही उपचार के लिए भी होते है, न्यूरोसर्जन भी कभी-कभी कुछ ऐसे उपचार करते है। वहीं एक बेहतरीन न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन दोनों को नर्वस सिस्टम की अच्छी जानकारी होना आवश्यक है।
  • न्यूरोलॉजिस्ट और न्यूरोसर्जन में अंतर करते समय समझने का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि प्रत्येक विशेषज्ञ द्वारा संभाली जाने वाली स्थितियां होती हैं। न्यूरोलॉजिस्ट मिर्गी, अल्जाइमर रोग, परिधीय तंत्रिका विकार और एएलएस जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में रुचि रखते हैं।

दूसरी ओर, न्यूरोसर्जन मस्तिष्क की चोटों, ट्यूमर को हटाने और कार्पल टनल सिंड्रोम से निपटते है। दोनों चिकित्सक अपने रोगियों के उचित इलाज के लिए मिलकर काम करते है, आवश्यकतानुसार चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं को एकीकृत करते है।

  • चिकित्सकों के इन दो समूहों और उनके द्वारा संभाली जाने वाली बीमारियों में कुछ समानताएँ है। जैसे जब सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर मरीज का सहयोग करते है, उदाहरण के लिए, एक न्यूरोलॉजिस्ट एक मरीज को सर्जरी के लिए एक न्यूरोसर्जन के पास भेजते है।

तो कभी भी किसी भी न्यूरोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन को संपर्क करने से पहले, इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें कि कौन क्या करता है।

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मिलिए श्रेष्ठतम न्यूरोलॉजिस्ट्स और न्यूरोसर्जन्स से:

डॉ. (ब्रिगेडियर) यादवेन्द्र सिंह सिरोही न्यूरोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिनके पास 24 वर्षों से अधिक का अमूल्य अनुभव है। अपने शानदार करियर के दौरान, उन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थानों में काम किया है। डॉ. सिरोही की न्यूरोलॉजिकल स्थितियों की गहन समझ, उनकी सहानुभूति और करुणा उन्हें अपने क्षेत्र में एक मास्टर के रूप में प्रतिष्ठित करती है।वर्तमान में, डॉ. सिरोही गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में न्यूरोलॉजी में वरिष्ठ सलाहकार के पद पर हैं।

डॉ. अतुल गुप्ता यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के वरिष्ठ चिकित्सक विशेषज्ञों में से एक हैं, जिनके पास चिकित्सा पेशे में 29 वर्षों का अनुभव है। डॉ. गुप्ता की क्षमता न्यूरोसर्जरी के सभी पहलुओं तक फैली हुई है – चाहे वह कपाल, रीढ़ की हड्डी, या परिधीय तंत्रिकाएं हों। उनकी विशेषज्ञता ब्रेन ट्यूमर, सेरेब्रोवास्कुलर, मिर्गी और रीढ़ की सर्जरी में है, उन्होंने अपने तीन दशक लंबे करियर में 2000 से अधिक सर्जरी की हैं।

डॉ.नीरज अग्रवाल भारत के विभिन्न प्रसिद्ध सरकारी कॉलेजों और अस्पतालों से प्रशिक्षित न्यूरोलॉजिस्ट हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हुए 20 से अधिक वर्ष बिताए, जिनमें से 12 वर्ष मस्तिष्क स्वास्थ्य पर केंद्रित रहे।

डॉ.पुनीत मलिक दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ न्यूरोसर्जन में से एक हैं और उनके पास न्यूरोसर्जरी में 10+ से अधिक वर्षों का अनुभव है। वर्तमान में, वह यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, नेहरू नगर, गाजियाबाद में सलाहकार न्यूरोसर्जन (मस्तिष्क, रीढ़ और तंत्रिका विशेषज्ञ) हैं, उन्होंने बड़ी संख्या में जटिल मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की सर्जरी की है। वह लगातार रुक-रुक कर होने वाले सिरदर्द, गर्दन और पीठ में दर्द, ऊपरी अंगों या निचले अंगों में संवेदनाओं की अनुभूति, मिर्गी या दौरे, धुंधली दृष्टि, अंगों का पक्षाघात / सुन्नता, चेहरे के आकार में विकृति, मतिभ्रम जैसे रोगियों के इलाज चक्कर आना, आदि में विशेषज्ञ हैं।

डॉ. राकेश कुमार गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट हैं। वह दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट में से एक हैं और उन्हें चिकित्सा क्षेत्र में 14+ वर्षों का अनुभव है।डॉ. कुमार स्ट्रोक, सिरदर्द, पार्किंसंस रोग, चक्कर आना, मनोभ्रंश, सेरेब्रोवास्कुलर विकार, थ्रोम्बोलिसिस (स्ट्रोक बोटोक्स उपचार में), स्मृति हानि आदि से संबंधित सेवाएं प्रदान करने में विशेषज्ञ हैं।

डॉ शिशिर कुमार 9 + वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ दिल्ली/एनसीआर क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ न्यूरोसर्जन, न्यूरोइंटरवेंशनिस्ट और एंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जन में से एक हैं। वर्तमान में, डॉ. कुमार गाजियाबाद में नेहरू नगर, संजय नगर और वसुंधरा तीनों स्थानों पर यशोदा हेल्थकेयर के न्यूरोसाइंसेज सेंटर में काम कर रहे हैं। वह न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, बैंगलोर और न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के आजीवन सदस्य भी हैं।

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यशोदा अस्पताल गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली एनसीआर में सर्वश्रेष्ठ सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक है। यशोदा हॉस्पिटल का लक्ष्य सिर्फ दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद और नोएडा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होने के नाते, यशोदा अस्पताल में एक ही छत के नीचे सभी समर्पित विशिष्टताएँ हैं- गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, सामान्य सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग, कार्डियोलॉजी, पल्मोनोलॉजी और आंतरिक चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स, मूत्रविज्ञान और कई अन्य।

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