उच्च रक्तचाप के कारण, लक्षण और इलाज

उच्च रक्तचाप के कारण, लक्षण और इलाज
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उच्च रक्तचाप की समस्या आजकल एक सामान्य समस्या बन चुकी है। हमारे शरीर में मौजूद रक्त नसों में लगातार दौड़ता रहता है और इसी रक्त के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा और पोषण के लिए जरूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं। हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें धीरे-धीरे आपका हृदय, किडनी व शरीर के दूसरे अंग काम करना बंद कर सकते हैं। यह एक साइलेंट किलर है जो कि कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ कारण शारीरिक और कुछ मानसिक होते हैं।  

उच्च रक्तचाप से पीड़ित आधे से ज़्यादा लोग इससे अनजान रहते  हैं। यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो जाहिर है कि आप हर रोज हाई बीपी की दवा लेते होंगे। एक बार जब दवा लेना शुरू कर दी, तो जीवनभर इससे पीछा नहीं छूटता। हर रोज समय पर दवा लेना वास्तव में एक टेंशन है। हाई ब्लडप्रेशर या हाईपरटेंशन का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है।

उच्च रक्तचाप होने के कारण

उच्च रक्तचाप आपके स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। यह आपके हृदय, मस्तिष्क, गुर्दे और आंखों जैसे महत्वपूर्ण अंगों को गंभीर रूप से हानि करता है। इसके अलग-अलग कारण हो सकते हैं जैसे- फैमिली हिस्ट्री, तनाव, गलत खानपान और लाइफ स्टाइल आदि।  

  1. शारीरिक परिवर्तन – जब शरीर में कुछ भी बदलाव होता है, तो आपको सभी जगह समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक उच्च रक्तचाप भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, उम्र बढ़ने के कारण गुर्दे के कार्य में परिवर्तन होता है जिससे शरीर में सामान्य नमक और तरल पदार्थ के संतुलन में गड़बड़ी होती है। इस बदलाव के परिणामस्वरूप आपका रक्तचाप बढ़ सकता है।
  2. आनुवांशिक कारण – कुछ व्यक्तियों को उनके आनुवंशिक मेकअप के कारण उच्च रक्तचाप होता है। यह एक या दोनों माता-पिता से विरासत में मिले आनुवंशिक दोष या जीन उत्परिवर्तन के कारण हो सकता है।
  3. पर्यावरण – खतरनाक जीवन शैली के फैसले, जैसे अनुचित आहार या शारीरिक गतिविधियों की कमी, शरीर पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकती है। इस तरह के जीवनशैली के कारण वजन की समस्याएं हो सकती हैं। यदि आप अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं तो आप में उच्च रक्तचाप की संभावना अधिक होगी।
  4. तनाव – उच्च तनाव का स्तर थोड़े समय के लिए रक्तचाप में वृद्धि का कारण बन सकता है। इसके अतिरिक्त, अधिक खाने, धूम्रपान करने या शराब का सेवन करने जैसे तनाव से संबंधित व्यवहार रक्तचाप को और भी अधिक बढ़ा सकते हैं।

उच्च रक्तचाप के लक्षण

  • सर में अत्यधिक दर्द रहना
  • लगातार थकावट का अहसास
  • सीने में दर्द होना
  • सांस लेने में कठिनाई
  • दृष्टि में धुंधलापन
  • पेशाब में खून आना
  • गर्दन,सीने व बांहों में दर्द का लगातार बने रहना

इसके अतिरिक्त जब रक्तचाप बहुत अधिक हो जाता है तो दिल की विफलता, गुर्दे की विफलता या स्ट्रोक का खतरा भी हो सकता है।

उच्च रक्तचाप का उपचार

गलत खानपान के चलते व गलत आदतों के कारण उच्च रक्तचाप की समस्या लोगों को होने लगती है। उच्च रक्तचाप से ग्रस्त संकट तब होता है जब रक्तचाप में अचानक वृद्धि होती है, संभावित रूप से अंग क्षति हो सकती है। इससे बचने के लिए न केवल डाइट और लाइफ स्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है बल्कि तनाव को कम करना और शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज भी बेहद जरूरी है।

  • नियमित व्यायाम, योगासन, सकारात्मक सोच, संतुलित एवं सात्विक खानपान आदि से शरीर में पैदा हुई रक्तप्रवाह के अनियमितता एवं अस्तव्यस्तता को आसानी से दुरूस्त किया जा सकता है।
  • इसके अलावा जो लोग शराब या धूम्रपान करते हैं,  उन सभी को इस तरह के नशीले पदार्थों से बचना चाहिए।
  • उच्च रक्तचाप से बचने के लिए हरी सब्जियों व मौसमी फलों का सेवन करें।
  • नमक व तैलीय खाद्य सामग्री का सेवन कम करें।
  • अगर आपकी आयु 40 साल से अधिक है तो वर्ष में दो बार रक्तचाप चेक जरूर कराएं। दवा के साथ डाइट चार्ट पर अमल करें।

रखें खास ख्याल

  • उच्च रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने के लिए आप अपने वजन को संतुलित रखें। बहुत ज्यादा वजन भी आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है।
  • ताजे फल, सब्जियां और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स को डाइट में शामिल करें।
  • सोडियम की ज्यादा मात्रा आपके उच्च रक्तचाप को बढ़ाने का काम करता है, इसलिए डॉक्टर प्रतिदिन 1,500 मिलीग्राम से कम सोडियम खाने की सलाह देते हैं।
  • अपने उच्च रक्तचाप को कंट्रोल में रखने के लिए रोज वर्कआउट करें जैसे- एरोबिक्स, योगा और वॉक।150 मिनट फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें।
  • उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए गुस्सा जानलेवा होता है। जितना संभव प्रयास हो सके, तनाव और गुस्से से दूर रहें। रोजाना मेडिटेशन और योगा करें।
  • बहुत अधिक मात्रा में मादक पदार्थों के सेवन से उच्च रक्तचाप बढ़ जाता है, जिससे आगे जाकर वजन बढ़ता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए इन्हे अवॉयड करें।

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यशोदा हॉस्पिटल

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